रायपुर। पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या को कांग्रेस राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने नया रंग दे दिया है. उन्होंने इस हत्या के पीछे राजनीतिक षड़यंत्र की चर्चा का जिक्र करते हुए कहा कि पीड़ित परिवार मेरे पास आए तो मैं उन्हें केंद्रीय जांच एजेंसी तक पहुंचा दूंगा. निजी कार्यक्रम में शामिल होने रायपुर पहुंचे कांग्रेस सांसद विवेक तन्खा ने मीडिया से चर्चा में मुकेश चंद्राकर की हत्या को लेकर कहा कि इस बारे में मुझे हाल ही में पता चला है. जांच जारी है. जांच को हो जाने दीजिए. अगर जांच ईमानदारी से नहीं हुई और पीड़ित परिवार मेरे पास आया, तो मैं उन्हें केंद्रीय जांच एजेंसी तरह पहुंचा दूंगा.छत्तीसगढ़ में नक्सली घटना पर बोले राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने कहा कि नक्सली देश के लिए बहुत बड़ी चुनौती हैं. यह आज की नहीं बल्कि बहुत पुरानी समस्या है. मैं चाहूंगा इसमें (नक्सलियों के खात्मे) देश सफल हो. सफलता पर ही पूरे क्षेत्र का विकास निर्भर है. वहीं कांग्रेस द्वारा निर्दोष आदिवासी के मारे जाने की बात कहे जाने पर राज्यसभा सांसद ने कहा कि हिंसा कही भी हो, किसी भी तरह की हो, उसका परिणाम खराब ही होगा, गरीब आदमी जो ट्राइबल होता है, असहाय होता है, वह पिसता है. मैं चाहूंगा यह सब चीजों का अंत हो, जिससे खुशहाली आए. मध्यप्रदेश के पीसीसी चीफ जीतू पटवारी के कैंसर वाले बयान का सांसद विवेक तन्खा ने बचाव करते हुए कहा कि जीतू जी की मंशा वो नहीं रही होगी. किसी भाव में उन्होंने बोला होगा. कांग्रेस में कोई ऐसी समस्या नहीं है. मैं सबसे मिलता हूं, सब मुझे मिलते हैं, मुझे किसी भी तरह का कोई मनमुटाव नहीं दिख रहा है. वो नाराज नहीं है, मन की बात बोल देते हैं. साथ ही सवाल किया कि क्या बीजेपी में नहीं ऐसा नहीं होता मनमुटाव?