कोरबा। पूर्व मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता जयसिंह अग्रवाल को सोशल मीडिया पर एक पोस्ट करने को लेकर कलेक्टर अजीत वसंत मंगलवार को एक नोटिस जारी किया। जिसके बाद आज नोटिस को लेकर जयसिंह अग्रवाल का बयान सामने आया है। उन्होंने कलेक्टर पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि मैं उनका चपरासी नहीं हूं। न ही उनका मातहत अधिकारी हूं जो उनकी बात मानूंगा। वहीं कलेक्टर ने कहा कि जिले में कानून व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी कलेक्टर की होती है। जयसिंह अग्रवाल ने कलेक्टर की ओर से जारी नोटिस को लेकर मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि कलेक्टर को आदेश देने का अधिकार नहीं है। उनको आदेशित करने का अधिकार नहीं है। सिर्फ आपको निर्देशित किया जाता है। क्योंकि मैं न तो कलेक्टर का चपरासी हूं और न मैं कोई कलेक्टर का मातहत अधिकारी हूं। उन्होंने आगे कहा कि जैसे एक बड़े अधिकारी जो कलेक्टर लोग नोटिस देते हैं कि इस काम को करें अन्यथा आपके विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी या आपको सस्पेंड कर दिया जाएगा। तो मुझे न तो उसको सस्पेंड करने का अधिकार है क्योंकि मैं कोई गवर्नमेंट सर्वेंट तो नहीं हूं। वह लोकसेवक है, जनसेवक है तो उनको अपने दायरे में रहकर काम करना चाहिए। इसके साथ ही जय सिंह ने कहा कि मैंने अपना पूरा जीवन कोरबा में बिताया है। कलेक्टर तो कोई भी हो, वह आएगा जाएगा। जितने दिन गवर्नमेंट रखेगी रहेगा और अपना काम करेगा और चले जाएगा। हमको तो यहीं कोरबा में रहना है।
नोटिस पर भड़के पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल, कहा- मैं उनका चपरासी नहीं जो उनकी बात मानूंगा
