खैरागढ़। छत्तीसगढ़ के खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिला मुख्यालय से 3 किमी दूर स्थित ग्राम सर्रागोंदी में रातों-रात भगवान हनुमान का स्थान माना जाने वाले एक पीपल पेड़ को काट दिया गया. इस घटना से हिंदू धर्म के लोगों में भारी आक्रोश भर गया है. ग्रामीणों का आरोप है कि यह काम गोलबाजार निवासी इमरान मेमन ने करवाया है. बता दें, ग्रामीण सालों से इस पेड़ को भगवान हनुमान का देवस्थल मानकर पूजते थे. लेकिन बीती रात अज्ञात व्यक्तियों द्वारा इसे काट दिए जाने से गांव का माहौल गरमा गया है. ग्रामीणों का आरोप है कि यह कार्य खैरागढ़ के गोलबाजार निवासी इमरान मेमन ने करवाया है, जिनकी जमीन उसी स्थान के पास है. लेकिन पीपल वृक्ष सरकारी भूमि पर था और गांव की धार्मिक परंपरा से जुड़ा हुआ था. हर वर्ष गांववाले घोड़ा देव की पूजा-अर्चना के बाद इसी वृक्ष की परिक्रमा करते थे. लोगों का विश्वास था कि इस पीपल में भगवान विष्णु, ब्रह्मा, शिव और देवी लक्ष्मी का वास है. 5 अक्टूबर की सुबह भी आरोपी ने वृक्ष कटवाने की कोशिश की थी, लेकिन ग्रामीणों के विरोध के कारण उसे रोक दिया गया. इसके बावजूद रात के सन्नाटे में वृक्ष को पूरी तरह काट दिया गया.
हिंदू आस्था पर प्रहार: देर रात काटा गया हनुमान जी से लगा का पीपल वृक्ष, गांव में भड़का जन आक्रोश
